Friday 28 August 2015


फैमिली परिचय

एक आदमी ने अपने
परिवार का परिचय इस तरह कराया:-
1. ई है हमार बीवी ..... 
गूगल रानी ... 
एक सवाल पूछो तो 10 जवाब देती है...!!!
2. ई है हमार बेटवा ...
फेसबुक कुमार ... 
घर की बात सारे कॉलोनी तक पहुंचाता है ...!!!
3. ई है हमार बिटिया .... 
ट्विटर कुमारी ...
पूरी कॉलोनी इसको फॉलो करती है...!!!
4. ई है हमार अम्माजी .. 
व्हाट्सप्प माता - 
पूरा दिन बड -बड करती रहती है ..
मगर काम की एक्कौ बात नहीं निकालती .!
5. और हम ,
ऑरकुट कुमार ... 
हमका कोई पूछता ही नहीं ...!!


एल.एल.बी. की पढ़ाई...
प्रोफेसर : "अगर तुम्हें किसी को संतरा देना हो तो क्या बोलोगे...?
छात्र : "ये संतरा लो।
प्रोफेसर : नहीं... एक वकील की तरह बोलो...।
छात्र : मैं एतद् द्वारा, अपनी पूरी रुचि व होशो-हवास में और बिना किसी के दबाव में आए इस फल, जो कि संतरा कहलाता है, और जिस पर मैं पूरा मालिकाना हक़ रखता हूँ, को उसके छिलके, रस, गूदे और बीज सहित आपको देता हूँ और इसके साथ ही आपको इस बात सम्पूर्ण व बिना शर्त अधिकार भी देता हूँ कि आप इसे काटने, छीलने, फ्रिज में रखने या खाने के लिये पूरी तरह स्वतंत्र हैं।
आप यह अधिकार भी रखेंगे कि आप किसी भी अन्य व्यक्ति को यह फल इसके छिलके, रस, गूदे और बीज के बिना या उसके साथ दे सकते हैं।
मैं घोषणा करता हूं कि आज से पहले इस संतरे से संबंधित किसी भी प्रकार के वाद विवाद, झगड़े की समस्त जिम्मेदारी मेरी है।
और
अब के बाद मेरा किसी भी प्रकार से इस संतरे से कोई सम्बन्ध नहीं रह जाएगा...।
प्रोफेसर : प्रभु आपके चरण कहाँ हैं...?


बचपन कि ये लाइन्स .जिन्हे हम दिल से गाते गुनगुनाते थे ..

और खेल खेलते थे ..!! तो याद ताज़ा कर लीजिये ...!!
▶ मछली जल की रानी है, जीवन उसका पानी है।
हाथ लगाओ डर जायेगी बाहर निकालो मर जायेगी।
************
▶ पोशम्पा भाई पोशम्पा सौ रुपये की घडी चुराई।
अब तो जेल मे जाना पडेगा, जेल की रोटी खानी पडेगी,
जेल का पानी पीना पडेगा। थै थैयाप्पा थुशमदारी बाबा खुश।
************
▶ आलू-कचालू बेटा कहाँ गये थे, बन्दर की झोपडी मे सो रहे थे।
बन्दर ने लात मारी रो रहे थे, मम्मी ने पैसे दिये हंस रहे थे।
**************
▶ आज सोमवार है, चूहे को बुखार है।
चूहा गया डाक्टर के पास, डाक्टर ने लगायी सुई,
चूहा बोला उईईईईई।
************
▶ झूठ बोलना पाप है, नदी किनारे सांप है।
काली माई आयेगी, तुमको उठा ले जायेगी।
************
▶ चन्दा मामा दूर के, पूए पकाये भूर के।
आप खाएं थाली मे, मुन्ने को दे प्याली में।
************
▶ तितली उड़ी, बस मे चढी।
सीट ना मिली, तो रोने लगी।
ड्राईवर बोला, आजा मेरे पास,
तितली बोली ” हट बदमाश “।
******************
▶ मोटू सेठ, पलंग पर लेट ,
गाडी आई, फट गया पेट
********************
रंगों और आत्मीय मिलन के त्यौहार होली की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ।
हुड़दंग से ज़्यादा परस्पर मिलाप मे त्यौहार की खूबसूरती है और एफ़बी पर होली की शुभकामनाएँ देना तो कुछ यूं लगता है। जैसे :
ये इनायतें गजब कीं...... 
ये बला की मेहरबानी ,
मेरी खैरियत भी पूछी....... 
किसी और की ज़बानी...
एक बार फिर से होली की ढेरों शुभकामनाएँ।

उसकी धाक.. एक-दो पे नहीं , सैंकड़ों पे थी| और गिनती भी उसकी शहर के बड़ों बड़ों में थी| दफन.. केवल..छ: फिट के गड्डे में कर दिया उसको ! जबकि.... ज़मीन उसके नाम तो कई एकड़ों में थी....||


Gyan Ki Baatein


1:- इस बात को व्यक्त मत होने दीजिये कि आपने क्या करने के लिए सोचा है, बुद्धिमानी से इसे रहस्य बनाये रखिए और इस काम को करने के लिए दृढ रहिए। -

2:- शिक्षा सबसे अच्छी मित्र है। एक शिक्षित व्यक्ति हर जगह सम्मान पता है। शिक्षा सौंदर्य और यौवन को परास्त कर देती है।

3:- मूर्खता के समान यौवन भी दुखदायी होता है क्योंकि जवानी में व्यक्ति कामवासना के आवेग में कोई भी मूर्खतापूर्ण कार्य कर सकता है। परंतु इनसे भी अधिक कष्टदायक है दूसरों पर आश्रित रहना। 

4:- अगर सांप जहरीला ना भी हो तो उसे खुद को जहरीला दिखाना चाहिए। 

5:- वे माता-पिता अपने बच्चों के लिए शत्रु के समान हैं, जिन्होंने बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं दी। क्योंकि अनपढ़ बालक का विद्वानों के समूह में उसी प्रकार अपमान होता है जैसे हंसों के झुंड में बगुले की स्थिति होती है। 

6:- चाणक्य के अनुसार नदी के किनारे स्थित वृक्षों का जीवन अनिश्चित होता है, क्योंकि नदियाँ बाढ़ के समय अपने किनारे के पेड़ों को उजाड़ देती हैं। इसी प्रकार दूसरे के घरों में रहने वाली स्त्री भी किसी समय पतन के मार्ग पर जा सकती है। इसी तरह जिस राजा के पास अच्छी सलाह देने वाले मंत्री नहीं होते, वह भी बहुत समय तक सुरक्षित नहीं रह सकता। इसमें जरा भी संदेह नहीं करना चाहिए। 

7:- जिस तरह वेश्या धन के समाप्त होने पर पुरुष से मुँह मोड़ लेती है। उसी तरह जब राजा शक्तिहीन हो जाता है तो प्रजा उसका साथ छोड़ देती है। इसी प्रकार वृक्षों पर रहने वाले पक्षी भी तभी तक किसी वृक्ष पर बसेरा रखते हैं, जब तक वहाँ से उन्हें फल प्राप्त होते रहते हैं। अतिथि का जब पूरा स्वागत-सत्कार कर दिया जाता है तो वह भी उस घर को छोड़ देता है। 

8:- जिस प्रकार पत्नी के वियोग का दुख, अपने भाई-बंधुओं से प्राप्त अपमान का दुख असहनीय होता है, उसी प्रकार कर्ज से दबा व्यक्ति भी हर समय दुखी रहता है। दुष्ट राजा की सेवा में रहने वाला नौकर भी दुखी रहता है। 

9:- जिस व्यक्ति का पुत्र उसके नियंत्रण में रहता है, जिसकी पत्नी आज्ञा के अनुसार आचरण करती है और जो व्यक्ति अपने कमाए धन से पूरी तरह संतुष्ट रहता है। ऐसे मनुष्य के लिए यह संसार ही स्वर्ग के समान है।

10:- भोजन के लिए अच्छे पदार्थों का उपलब्ध होना, उन्हें पचाने की शक्ति का होना, सुंदर स्त्री के साथ संसर्ग के लिए कामशक्ति का होना, प्रचुर धन के साथ-साथ धन देने की इच्छा होना। ये सभी सुख मनुष्य को बहुत कठिनता से प्राप्त होते हैं। 




एक फकीर ने एक कुत्ते से पूछा कि तू है तो बहुत वफादार,, परन्तु तेरे में तीन कमियां हैं । 1-- तू पेशाब हमेशा दीवार पे ही करता है । 2-- तू फकीर को देखकर बिना बात के ही भौंकता है । 3-- तू रात को भौंक भौंक के लोगों की नींद खराब करता है । इस पर कुत्ते ने बहुत ही बढिया जवाब दिया,,, कुत्ता बोला ऐ बंदे सुन 1-- जमीन पर पेशाब इस लिए नहीं करता की कही किसी रब्ब के बंदे ने वहां बैठकर रब्ब को सज्जदा न किया हो । 2-- फकीर पर इस लिए भौंकता हूँ कि वोह भगवान को छोड कर लोगों से क्यों मांगता है,, जोकि खुद भीखारी हैं । भगवान से क्यों नहीं मांगता । 3-- और रात को इस लिए भौंकता हूँ कि हे पापी इंसान तू गफलत की नींद में क्यों सोया हुआ है। उठ अपने उस प्रभू को याद कर जिसने तुझे इतना सब कुछ दिया है ।



जंगल में नदी किनारे बहुत पुराना एक बरगद का पेड़ था । उस वृक्ष की हरी-भरी डालियों, हरे-हरे पत्तों को देखकर राहगीरों की आंखों को ठंडक पहुंचती थी।
थोड़ी दूर पर आम, जामुन, अमरुद और अनार के पेड़ भी थे। उस जंगल के सभी पेड़-पौधे बरगद दादा का बड़ा सम्मान करते थे ।
बरगद की छाया में थके हुए मुसाफिर अक्सर आराम करते थे। एक दिन एक राहगीर उस बरगद के नीचे आराम करने बैठा। सारा दिन धूप में पैदल चलने से वह थक गया था। हवा के झोंके उसके थके शरीर को आराम पहुंचा रहे थे।
उसे नींद आने लगी। वह सोने के लिए लेटा ही था कि अचानक उसकी निगाह बरगद की टहनियों पर पड़ी। वह राहगीर थोड़ा घमंडी था। जब उसने बरगद के छोटे-छोटे फलों को देखा तो उसे बहुत आश्चर्य हुआ। इतने बड़े पेड़ के इतने छोटे-छोटे से फूल और फल ?
राहगीर तिरस्कार से बोला। कुछ देर सोचने के बाद उसने हंसते हुए कहा, ‘‘सब कहते हैं कि यह पेड़ बहुत बुद्धिमान है अगर इसके फल इतने छोटे-छोटे हैं तो यह समझदार कैसे हो सकता है। ’’बरगद का पेड़ सारी बात सुनने के बाद भी चुप रहा।
उसने अपने पत्ते हिलाकर हवा की। राहगीर जल्द ही खर्राटे भरने लगा। तभी ‘टप’ से एक छोटा-सा फल राहगीर पर गिरा। वह एकदम झटके से उठा। ‘‘हूं जब मुझे नींद आ रही थी तभी यह होना था।’’ राहगीर फल उठाते हुए बड़बड़ाया ।
‘‘चोट लगी क्या ?’’ बरगद ने मुस्कुराते हुए पूछा ।‘‘नहीं पर तुमने मेरी नींद तोड़ दी।’’ राहगीर ने आंख मलते हुए कहा। ‘‘इसे घमंडी राहगीर के लिए एक सबक समझो।
तुम मुझ पर इसीलिए हंसे थे न कि मेरे फल छोटे हैं।’’ बरगद ने हंसते हुए कहा।
राहगीर गुस्से से कहा, ‘‘हां मैं हंसा था। न जाने लोग क्यों तुम्हें समझदार समझते हैं ? सोते लोगों को जगाना क्या समझदारी है?’’
बरगद फिर हंसा और बोला, ‘‘मेरे दोस्त, घमंड करना कोई बुद्धिमानी नहीं है। मेरे पत्ते तुम्हें आराम करने के लिए छाया व हवा दे रहे हैं। हां मेरे फल जरूर छोटे हैं ।
अगर मेरा फल नारियल जितना बड़ा होता और वह तुम्हारे सिर पर गिरा होता तो सोचो तुम्हारे सिर का क्या हाल होता।
’’राहगीर यह सुनकर चुप हो गया। उसने इस बारे में तो सोचा ही न था। ‘‘जो लोग बुद्धिमान होते हैं वे अपने आसपास की चीजों को देखकर भी बहुत कुछ सीख सकते हैं।’’ बरगद ने धीरे से कहा।
राहगीर ने बरगद से माफी मांगते हुए कहा, ‘‘मुझे माफ कर दीजिए। मुझे सब समझ आ गया और आज मुझे सीख भी मिल गई।
मैं वायदा करता हूं कि आगे कभी भी घमंड नहीं करूंगा और छोटे-बड़े का भेदभाव मन में नहीं पालूंगा।’’


SANSKRIT

इसाइयों को इंग्लिश आती है तो वे ‪#‎बाइबल‬ पढ़ लेते है...
उसी प्रकार मुस्लिमों को उर्दू आती है तो वे ‪#‎कुरान‬ पढ़
लेते है...
सिखों को पंजाबी आती है तो वे ‪#‎गुरुग्रंथ‬ पढ़ लेते है...
हिन्दुओ को संस्कृत आती नही और वे न ‪#‎वेद‬ पढ़ पाते है न
‪#‎उपनिषद‬...
इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा किसी धर्म का ??
देश की परम्परागत संस्कृति के लिए यह एक बड़ी और
अफसोसनाक घटना है.
क्या इसकी एक वजह हिंदू समाज द्वारा संस्कृत भाषा के
प्रति बढ़ती वितृष्णा ही नहीं है?
इस देश में आज संस्कृत भाषा भाषियों की तादाद कुल बावन
हजार है.
लगभग एक सौ बीस करोड़ में कुल बावन हजार संस्कृत
भाषा भाषी !
आखिर हम अपनी किस महान संस्कृति पर गर्व करते हैं?
किस महानता पर मुग्ध होते हैं?
संस्कृत भाषा और साहित्य इस देश के हिंदू समाज
का महत्वपूर्ण अतीत है.
वेदों से लेकर रामायण, महाभारत के
अलावा पुराण तथा काव्य साहित्य संस्कृत में ही रहा है.
लेकिन विचित्र बात है कि समूचे देश में
वाराणसी जैसे एकाध स्थानों को छोड़ कर ‪#‎संस्कृत‬ भाषा में
लिखने-पढ़ने वाले लोग
बिरले ही मिलेंगे..



एक बार जंगल में एक बहुत बड़े से गड्ढे में एक शेर गिर गया ।
परेशान होकर शेर यहाँ वहां देखने लगा पर उसे कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था ।
तभी वहां एक पेड़ में एक बन्दर आ गया , शेर को इस हाल में फंसा देखकर बन्दर , शेर का मजाक उडाने लगा , " क्यों शेर तू तो राजा बना फिरता है , अब तो तेरी अकल ठिकाने आ गयी न,
अब शिकारी तुझे मारेंगे , तेरी खाल निकालकर दीवार पर सजायेंगे, तेरे नाखून और दांत निकाल कर दवाई बनायेंगे ।
हँसमुखी चैनल पर तेरी न्यूज़ दिखाई जाएगी ?
तभी वो डाल जिसमें बन्दर बैठा था ,टूट गयी और बन्दर सीधे शेर के सामने आ गिरा ।
गिरते ही बोला " माँ कसम दादा माफ़ी मांगने के लिए कूदा हूँ !
हा हा हा !
वक़्त किसी का नहीं होता अगर आज आपका वक़्त है तो कल हमारा भी होगा है..

FRIENDSHIP

एक बार एक लडके को अपनी ही कॉलेज कि एक लडकी से प्यार हो गया..
लडके ने लडकी को दोस्त बनाया पर अपने प्यार का इजहार ना कर सका क्योँकी वो डरता था कि कहीँ लडकी ने मना कर दिया तो , दोस्ती भी टुट जाऐगी और वो उससे कभी बात तक नही करेगी.
इसी वजह से वो लडका परपोज करने से डरता था 
उनकी दोस्ती जितनी गहरी हो रही थी लडके का प्यार भी उतना ही गहरा होता गया
धीरे धीरे कॉलेज भी खत्‍म हो गया पर लडके ने अपने प्यार का इजहार नही किया , वो डर उसे प्यार का इजहार करने से रोक लेता था , 
कॉलेज पुरा हो गया था इसलिए वो बाहर ही मिलते थे
एक दिन लडके ने हिम्मत करके लडकी को कॉल किया और कहॉ कि मुझे तुमसे कुछ जरुरी बात करनी है 
लडकी ने कहॉ कि मुझे भी तुमसे कुछ जरुरी बात करनी है होटल में मिलते है लडका शाम को ये ठान कर गया कि आज मै अपने प्यार का इजहार करके ही रहुँगा चाहे कुछ भी हो, 
लडकी कहती है कि पहले तुम अपनी बात कहोगे या मै अपनी बात कहुँ 
लडका कहता है कि पहले तुम ही कहो 
लडकी कहती है कि अगले हप्ते मेरी शादी हो रही है और खासकर तुम्हे जरुर आना है
लडका ने ये सुनते ही जैसै दिल के अन्दर से आसमान की टुटने की आवाज आई 
फिर लडकी बोली कि अब तुम कहो लडके ने कहाँ कि मैनै देर कर दी शायद 
पहले मै अपनी बात करता 
इतना कह कर लडका चला जाता है और लडकी अपने घर चली जाती है
दुसरे दिन लडका लडकी को कॉल करके 
एक पार्क मै बुलाता है और कहता है कि 
मै पढाई के लिए अमेरिका जा रहा हूँ 
मै तुम्हारी शादी मै नही आ पाऊगाँ इतना कह कर लडका रोते हुऐ जाता है
तो लडकी बस इतना कहती है कि 
जिससे मै शादी करने जा रही हूँ उसका यहाँ होना भी तो जरुरी है 
लडका कहता कि पर वो तो यहॉ है ना 
लडकी कहती कि पागल मै तुमसे शादी कर रही हूँ तेरे दौस्त ने मुझे 1 महिने पहले सब कुछ बता दिया था। gasp emoticon 
हर एक फ्रैंड जरूरी होता हैं..


I like you
I love you..
दोनों में क्या अंतर है? 
इसका सबसे सुन्दर जवाब गौतम बुद्ध ने दिया है: अगर तुम 1 फूल को like करते हो तो तुम उसे तोड़कर रखना चाहोगे।
लेकिन अगर उस फूल से love करते हो तो तोड़ने के बजाय तुम रोज उसमे पानी डालोगे ताकि फूल मुरझाने न पाए।
जिसने भी इस रहस्य को समझ लिया समझो उसने पूरी जिंदगी को ही समझ लिया।



AAJ KA LOVE

आज कल शहरो में लड़के लड़की में प्यार होता है ,
खाक प्रेम होता है !
बस, ट्रैन, पार्टी कही भी मिल गए !!
पहले चरण में "you are looking sweet" फिर मोबाईल नंबर का आदान प्रदान हुआ ! और बात शुरु हो गयी !
दूसरी मुलाकात में " you are looking gorgeous" !
तीसरी मुलाकात तक अगर " you are looking hot" तक पहुच गए तो हो गया प्यार !
प्यार तो गाँव में हुआ करता था, साल भर तक चबूतरे पर बैठ कर आती है जाती है देखते रहते थे , प्यार का जिसको पता होना चाहिए उसे छोड कर पुरे मोहल्ले
को पता होता था !
समय दर्शन में ही बीत जाता था , प्रदर्शन का तो वक्त ही नहीं मिलता था ! कुछ समय बाद उसी लिफाफे में जिसमे लव लैटर देना था उसमे 101 रूपये डाल कर
उसकी शादी में दे आते थे !!!
छः साल बाद जब वही लड़की किसी रेडीमेट कपडे की दुकान पर मिल जाती है तो अपने बच्चे से कहती: मामा जी से नमस्ते करो !
अपन भी बच्चे का गाल खिंच कर कहते थे बहुत क्यूट है !!!!! 
तुम पर गया है !
जिसका खिंचना चाहिए उसका तो खिंच न पाए , बच्चे का ही गाल खीच लो !!!!


लडकिया लव के चककर मे पडकर अपने माँ-बाप को छोडकर
घर से भाग जाती है
मै उन लडकीयो के लिए कुछ कहना चाहुंगा
.
.
बाबुल की बगिया में जब तू , बनके
कली खिली,
तुमको क्या मालूम की,
उनको कितनी खुशी मिली ।
उस बाबुल को मार के ठोकर, घर से भाग जाती हो,
जिसका प्यारा हाथ पकड़ कर, तुम पहली बार
चली ॥
.
.
.
तूने निष्ठुर बन भाई की, राखी को कैसे
भुलाया,
घर से भागते वक़्त माँ का आँचल याद न आया ?
तेरे गम में बाप हलक से, कौर निगल ना पाया,
अपने स्वार्थ के खातिर, तूने घर में मातम फैलाया ॥
.
.
.
वो प्रेमी भी क्या प्रेमी,
जो तुम्हें भागने को उकसाये,
वो दोस्त भी क्या दोस्त, जो तेरे यौवन पे ललचाये ।
ऐसे तन के लोभी तुझको,
कभी भी सुख ना देंगे,
उलटे तुझसे ही तेरा, सुख चैन
सभी हर लेंगे ॥
.
.
.
सुख देने वालो को यदि, तुम दुःख दे जाओगी,
तो तुम भी अपने जीवन में, सुख
कहाँ से पाओगी?
अगर माँ बाप को अपने, तुम ठुकरा कर जाओगी,
तो जीवन के हर मोड पर, ठोकर
ही खाओगी ॥
.
.
.
जो - जो भी गई भागकर, ठोकर
खाती है,
अपनी गलती पर, रो-रोकर अश्क
बहाती है ।
एक ही किचन में, मुर्गी के संग साग
पकाती है,
हुईं भयानक भूल, सोचकर अब पछताती है ॥
.
.
.
जिंदगी में हर पल तू,
रहना सदा ही जिन्दा,
तेरे कारण माँ बाप को, ना होना पड़े शर्मिन्दा ।
यदि भाग गई घर से तो, वे जीते जी मर
जाएंगे,
तू उनकी बेटी है यह, सोच - सोच
पछताए


बीवियों के बारे मे महान व्यक्तियों के महान विचार ......

विवाह के बाद पति-पत्नी एक ही सिक्के के दो पहलू बन जाते हैं - एक-दूसरे का मुंह नहीं देख सकते, लेकिन हमेशा साथ रहते हैं... (सुकरात)
विवाह आपके लिए हर तरह से लाभकारी है - यदि अच्छी पत्नी मिली तो सुखी रहेंगे, बुरी मिली तो फिलॉस्फर बनेंगे... (सुकरात)
नारी हमें महान कार्य करने की प्रेरणा देती है, और उन्हें अंजाम देने से रोकती है... (ड्यूमॉस)
जीवन का सब से दुष्कर प्रश्न, जिसका मुझे उत्तर नहीं मिल पाया है - आखिर नारी चाहती क्या है...? (फ्रायड)
कुछ लोग मुझसे हमारे सफल दाम्पत्य जीवन का राज़ पूछते हैं... हम हर सप्ताह में दो बार रेस्तरां जाने का समय निकालते हैं - कैंडल-लाइट डिनर, कुछ संगीत, कुछ नाच... वह हर मंगलवार को जाती है, मैं हर शुक्रवार को... (हेनरी यंगमैन)
मैं आतंकवाद से नहीं डरता... मैं दो साल तक शादीशुदा रहा हूं... (सैम किनिसन)
बीवियों के बारे में मेरी किस्मत हमेशा ख़राब रही... पहली मुझे छोड़कर चली गई, और दूसरी नहीं गई... (पैट्रिक मरे)
यह सही है कि सब लोग आज़ाद और बराबर जन्म लेते हैं, पर कुछ लोग शादी कर लेते हैं... (नैश)
विवाह एक ऐसी विधि है, जिसके द्वारा आप यह मालूम करते हैं कि आपकी पत्नी को किस तरह का व्यक्ति दरकार था... (नैश)
विवाह को आनन्दमय रखने के दो राज़ - एक, जब आप गलत हों, गलती मान लें... दो, जब आप सही हों, चुप रहें... (नैश)
मेरी पत्नी को बस दो शिकायतें हैं - पहनने को कुछ नहीं है, और कपड़ों के लिए अलमारियां काफी नहीं हैं... (हेनरी यंगमैन)
मैं शादी से पहले क्या करता था - जो जी में आता था... (हेनरी यंगमैन)
हमारा वार्तालाप हुआ - मैंने कुछ शब्द कहे, और उसने कुछ पृष्ठ कहे... (हेनरी यंगमैन)
मेरी पत्नी और मैं 20 साल तक बहुत खुश रहे... फिर हमारी मुलाकात हो गई... (रॉडनी डेंजरफील्ड)
मैंने अपनी पत्नी से कई वर्ष से बात नहीं की... मैं उसे बीच में नहीं टोकना चाहता था... (रॉडनी डेंजरफील्ड)
एक अच्छी ‪#‎पत्नी‬ हमेशा अपनी ग़लती के लिए अपने पति को माफ कर देती है... (मिल्टन बर्ल)

एक विवाहित बेटी का पत्र उसकी माँ के नाम
"माँ तुम बहुत याद आती हो"
अब मेरी सुबह 6 बजे होती है
और रात 12 बज जाती है
, तब"माँ तुम बहुत याद आती हो"
सबको गरम गरम परोसती हूँ,
और खुद ठंढा ही खा लेती हूँ,
तब"माँ तुम बहुत याद आती हो"
जब कोई बीमार पड़ता है तो
एक पैर पर उसकी सेवा में लग जाती हूँ,
और जब मैं बीमार पड़ती हूँ
तो खुद ही अपनी सेवा कर लेती हूँ,
तब"माँ तुम बहुत याद आती हो..
"जब रात में सब सोते हैं
,बच्चों और पति को चादर ओढ़ाना नहीं भूलती,
और खुद को कोई चादर ओढाने वाला नहीं
, तब"माँ तुम बहुत याद आती हो"
सबकी जरुरत पूरी करते करते खुद को भूल जाती हूँ,
खुद से मिलने वाला कोई नहीं,
तब "माँ" तुम बहुत याद आती हो
"यही कहानी हर लड़की की शायद शादी के बाद हो जाती है
कहने को तो हर आदमी शादी से पहले कहता है"
माँ की याद तुम्हें आने न दूँगा
"पर, फिर भी क्यों?"
‪#‎माँ‬ तुम बहुत याद आती हो" ।


मुहावरो के आधुनिक अर्थ...

1 सुख की जान दुःख में डालना_ शादी करना
2 आ बेल मुझे मार- पत्नी को लड़ाई के लिए आमन्त्रित करना
3 दिवार से सर फोड़ना-पत्नी को कुछ समजाना
4 चार दिन की चांदनी वहीँ अँधेरी रात-पत्नी का मायके से घर आना
5 आत्म हत्या के लिए प्रेरित करना-शादी की राय देना
6 दुश्मनी निभाना-दोस्तों की शादी करवना
7 खुद का स्वार्थ देखना-शादी ना करना
8 पाप की सजा मिलना-शादी हो जाना
9 लव मैरिज करना-लड़ाई के लिए जोड़ीदार खुद ढूढ़ना
10 जिंदगी के मज़े लेना-कुँवारा रहना
11 ओखली में सर देना-शदि के लिए हा करना
12 दो पाठो में पीसना-दूसरी शदि करना
13 खुद को लूटते हुऐ देखना-पत्नी का पर्स से पैसे निकलना
14 पेरो तले जमीन खिसकना-पत्नी सामने दिखना
15 ‪#‎शादी‬ के फ़ोटो देखना-गलती पर पछताना
16 सर मुंडाते ही ओले पड़ना-परीक्षा में फेल होते ही शादी हो जाना
17 शादी के लिए हा करना-स्वेच्छा से जेल जाना
18 शादी -बिना अपराध की सजा
19 बेगाने शादी में अब्दुल्ला दीवाना-दुसरो के दुःख से खुश होना
20 साली आधी घर वाली-वो स्किम जो दूल्हे को बताई जाती है लेकिन दी नहीं जाती...
‪#‎गुस्ताखी_माफ‬ tongue emoticon wink emoticon 


                       रोचक इंटरव्यू: हर सवाल का जवाब M.P .

अफसर -: आपका नाम क्या है..? 
मोहन -: एम.पी.,
अफसर -: ठीक से पूरा बताओ 
मोहन -: मोहन पाल,
अफसर -: आपके पिता का नाम? 
मोहन : एम.पी.,
अफसर -: इसका क्या मतलब है? 
मोहन -: मनमोहन पाल
अफसर -: आप कहां रहते हैं? 
मोहन : एम.पी., सर।
अफसर -: अच्छा, मध्य प्रदेश? 
मोहन -: नहीं सर, महाराजपुर 
अफसर -: ओह,हो! तुम्हारी क्वालिफ़िकेशन क्या है?
मोहन -: एम.पी., सर।
अफसर -: अब यह क्या है?
मोहन -: मैट्रिक पास, सर। 
अफसर -: तुम्हे यह नौकरी क्यूं चाहिए?
मोहन -: एम.पी., सर।
अफसर -: (गुस्से से) अब इसका क्या मतलब है? 
मोहन -: मनी प्रॉब्लम , सर। 
अफसर -: अपनी विशेषता बताओ। 
मोहन -: एम.पी., सर।
अफसर -: अरे, साफ-साफ बताओ। 
मोहन -: मल्टिपरपज परस्नैलिटी। 
अफसर -: इंटरव्यू यहीं खत्म होता है, आप जा सकते हैं।
मोहन -: एम.पी., सर।...??
अफसर -: अब इसका क्या मतलब है...? 
मोहन -: मेरा परफ़ारमेंस...? 
अफसर -: (बाल नोचते हुए) एम.पी. !!!
मोहन -: यानि..?
अफसर -: MENTALLY PUNCTURE... gasp emoticon gasp emoticon 


15 लाख का सपना

कुछ दिन पहले सुना कि किसी ने कहा है मेरे खाते में भी 15 लाख आएंगे फिर मैं भी अमीर बन जाऊंगा
कल रात सोचते सोचते सो गया कि काश ये सच होता.....
रात को सपना आया मैंने देखा कि मेरे मोबाइल में SMS आया कि भारत सरकार ने 15 लाख मेरे "जान धन योजना वाले बैंक खाते में डिपाजिट कर दिए है मैं बड़ी ख़ुशी से उछलता हुआ कमरे से बाहर आया
सबको बोला "देखो देखो अच्छे दिन आ गए
मेरे र अकाउंट में 15 लाख आ गए"
घर वाले बोले ज्यादा खुश न हो
हमारे सबके खाते में भी 15 लाख आये है ये देखो...... कसम से बड़ा दुःख हुआ मुझे
फिर सोचा चलो दोस्तों को दिखाता हूँ
दोस्त बोले ज्यादा ना उछल हमारे खाते में भी 15 लाख हैं......सारी ख़ुशी फिर गायब
फिर सोचा चलो दूकान पर खूब सामान लेता हूँ
"भाई साहब ये रामू चाचा की दूकान क्यों बंद है" एक आदमी बोला भाई रामू चाचा ने तो दूकान बंद कर दी उन्हें अब दूकान की क्या जरूरत उनके खाते में तो 15 लाख आ गए
मे अब काम नही करना पड़ेगा.......
फिर सोचा चलो शॉपिंग माल में चलता हूँ
वहां देखा तो सब दुकान बंद थी उन लोगों को भी 15 लाख मिल गए थे.....
सोचा कोई बात नही होटल में खूब खाना खाता हूँ अपनी पसन्द का
अंदर देखा सब लोग जा चुके थे सिक्यूरिटी गार्ड भी नही था मतलब वो भी अमीर बन गया था उसके पास भी अब 15 लाख थे
बाजार गया तो सब रेहड़ी वाले चाय वाले
जूस वाले सब्जी वाले सब काम छोड़कर बैंक में जा चुके थे रूपये लेने क्योंकि अब किसी को काम करने की कोई जरूरत नही थी सबके पास "15 लाख" रूपये थे
शहर से बाहर गया तो सब फैक्ट्री बंद सब मजदूरों को 15 लाख मिल चुके थे सब नाच गा रहे थे......
"अच्छे दिन आ गए... अच्छे दिन आ गए"
शाम को खेतो की तरफ गया तो खेत में कोई नही था सब किसान खेती छोड़ कर घर जा चुके थे अब उनको धुप बारिश में काम करने की कोई जरूरत नही थी वो भी अमीर बन चुके थे
हास्पिटल देखा वहां डॉक्टर ताश खेल रहे थे पूछने पर बोले हमे कोई इलाज़ नही करना अब 15 लाख काफी जीवन भर के लिए....
फिर 5 दिन बाद पता चला अचानक लोग भूख से मरने लगे है क्योंकि खेत में सब्जी नही उग रही सब राशन की दुकान बंद है होटल ढ़ाबे भी बंद पड़े हैं
लोग बीमारी से मरने लगे हैं क्योंकि डॉक्टर भी नही हैं पशु भी भूख से मर रहे है खेत से चारा नही मिल रहा बच्चे भी भूख श से रो रहे है क्योंकि पशु दूध नही दे रहे लोग सड़को पर भागे फिर रहे है 1-1 लाख रूपये हाथ में लिए
"ये लो भाई 50 हज़ार रूपये 100 ग्राम दूध दे दो दिन से बच्चा भूख से मर रहा है
फिर 10 दिन बाद लोग मरने लगे कुछ जिन्दा लोग सड़कों पर रुपयों का बेग लिए घूम रहे है भाई ये लो ये लो 5 लाख रूपये हमे बस 5 किलो गेहूं देदो 10 दिन से भूखे हैं सब बाजार बंद हो चुके है अनाज नही है किसी के पास.....
सब तरफ मुर्दा लोग दिख रहे है
और मैं भी अपने "15 लाख" रूपये लिए भागा जा रहा हूँ.... लेलो भाई लेलो ये "15 लाख" बस रोटी का एक टुकड़ा देदो......
इतने में माँ की आवाज़ आई
"उठ जा कमीने कब से चारपाई को लात मार रहा है मर गया मर गया.... की आवाज़ लगा रहा है कोई बुरा सपना देखा क्या ?
नही माँ बुरा नही "अच्छे दिनो" का सपना देखा
उनसे अच्छे तो ये "बुरे दिन" हैं गरीब सही मगर घर में अनाज तो है पानी है बच्चे खेल रहे हैं पशु खेत में चर रहे हैं दुकानों पर भीड़ है
लोग आ जा रहे हैं......
चल पड़ा मैं भी अपने काम पर ये सोचते हुए
काश ! 
ये "15 लाख" कभी भी किसी के खाते में न आये तो अच्छा है वरना फिर काम कौन करेगा जब सबके पास "15 लाख" होंगे..



एक आश्रम के बाहर बड़ा सा पत्थर पड़ा था।कई लोग उससे टकराए ,किसी की गाड़ी का टायर कट गया तो किसी की साइकिल पलट गयी।सब उस पत्थर को व उस पत्थर को रखने वाले को कोसते और गलियां देते व आगे निकल जाते।एक सब्जी बेचने वाला भी वहां से गुजरा उसके सिर पर सब्जियों से भरा टोकरा था जैसे ही वह पत्थर से टकराया उसकी सारी सब्जियां सड़क पर बिखर गयी।पहले उसने सब्जियां अपने टोकरे में भरी और फिर उस पत्थर को उठाने की कोशिश करने लगा।पत्थर हटाते समय वह केवल यहीं सोच रहा था कि कहीं मेरी तरह किसी और को भी चोट ना लग जाए।आखिर अपने अथक प्रयास से वह उस पत्थर को हटाने में सफल हो गया तो उसने एक कागज देखा जिस पर लिखा था धन्यवाद तुमने बिना किसी स्वार्थ के दूसरों की मदद करने के इरादे से इस भारी पत्थर को हटाया है।इसलिए यह ईनाम स्वीकार करो।उसने जैसे ही कागज को खोला उसमें से एक हजार का नोट मिला।
हम अपने जीवन में दिखावा तो बहुत करते है लेकिन सही मायने में ऐसा कोई काम नहीं कर पाते जिसके लिए लोग हमें दिल से धन्यवाद कह सके,हमारी प्रशंसा कर सके।हम अच्छे कपडे पहनते है ,अच्छा घर बनाते है ,बड़ी सी गाड़ी रखते है ताकि लोग हमें सराहे।माना कि सजा हुआ घर सजे हुए लोग ,चमचमाती कार सबको बहुत अच्छी लगती है और सब उसकी तारीफ़ भी करते है।लेकिन क्या सही मायने वे हमारी प्रशंसा कर पाते है।जिसके पास ये सारी चीजे है लोग उनसे ईर्ष्या तो कर सकते है उनसे प्यार नहीं करते और प्रशंसा भी मुहं देखी करते है।भले ही हमने यह सब कुछ बहुत मेहनत व ईमानदारी से पाया हो।
जब तक हम निस्वार्थ भाव से लोगों के काम नहीं आयेगें तब तक हम सच्ची प्रशंसा व लोगों का प्यार पाने काबिल नहीं हो सकते।


प्राचीन जापान में एक सम्राट बहुत सनकी था। वह छोटी-छोटी गलतियों के लिए बड़ा दंड दे देता था। इसलिए प्रजा उससे बहुत भयभीत रहती थी। सम्राट के पास बीस फूलदानियों का एक अति सुंदर संग्रह था, जिस पर उसे बड़ा गर्व था। वह अपने महल में आने वाले अतिथियों को यह संग्रह अवश्य दिखाता था।
एक दिन फूलदानियों की नियमित सफाई के दौरान सेवक से एक फूलदानी टूट गई। सम्राट तो आगबबूला हो गया। उसने सेवक को फांसी पर लटकाने का हुक्म दे दिया। राज्य में खलबली मच गई। एक फूलदानी टूटने की इतनी बड़ी सजा पर सभी हैरान रह गए। सम्राट से रहम की अपील की गई, किंतु वह नहीं माना।
तब एक बूढ़ा आदमी दरबार में हाजिर होकर बोला, ‘सरकार! मैं टूटी हुई फूलदानी जोडऩे में सिद्धहस्त हूं। मैं उसे इस तरह जोड़ दूंगा कि वह पहले जैसी दिखाई देगी।’ सम्राट ने प्रसन्न होकर बूढ़े को अपनी शेष फूलदानियां दिखाते हुए कहा, ‘इन उन्नीस फूलदालियों की तरह यदि तुम टूटी हुई फूलदानी को भी बना दोगे तो मुंहमांगा इनाम पाओगे।’
सम्राट की बात समाप्त होते ही बूढ़े ने अपनी लाठी उठाई और सभी फूलदानियां तोड़ दीं। यह देखकर सम्राट क्रोधावेश में कांपते हुए बोला, ‘बेवकूफ! ये तुमने क्या किया?’ बूढ़े ने दृढ़ता के साथ कहा, ‘महाराज! इनमें से हर फूलदानी के पीछे एक आदमी की जान जाने वाली थी। तो मैंने अपने इंसान होने का फर्ज निभाते हुए उन्नीस लोगों के प्राण बचा लिए। अब आप शौक से मुझे फांसी की सजा दे सकते हैं।’
बूढ़े की चतुराई और साहस देखकर सम्राट को अपनी गलती का अहसास हुआ और उसने बूढ़े तथा सेवक दोनों को माफ कर दिया। बुराई से लडऩे के लिए साहस और आत्मविश्वास की आवश्यकता होती है। यदि निर्भीकता से डटकर खड़े रहें तो बुराई का अंत अवश्य होता है..

Thursday 6 August 2015


बोझ

ऑपरेशन थियेटर के बाहर खड़े रोहित का दिल जोर जोर से धड़क रहा था .जया के अचानक ही डिलीवरी डेट से दो हफ्ते पहले लेबर पेन उठ जाने के कारण रोहित आनन् फानन में उसे पास के एक नर्सिंग होम में ले आया था .सघन चिकित्सा कक्ष से निकली एक नर्स ने आकर रोहित को तसल्ली देते हुए कहा -''..... आपकी वाइफ और बेबी ठीक है .मुबारक हो आपके घर लक्ष्मी आई है !'' बेटी हुई है सुनकर रोहित थोडा बुझ सा गया .तभी काफी देर से वहीँ उपस्थित एक बुजुर्ग उसके पास आकर बोले -''क्या बेटी के होने से हताश हो ?''
रोहित ने झिझकते हुए कहा -''...नहीं ....नहीं तो '' बुजुर्ग बोले -'' बेटा ऐसा कभी मत करना वरना ये बोझ बनकर जिंदगी भर अपने दिल पर ढ़ोना होगा .मैं भी अपनी बेटी के होने पर ऐसे ही दुखी हो गया था .मेरी पत्नी से मेरा इसी झुंझलाहट में इतना झगडा हुआ कि वो कई महीनों को मायके चली गयी थी .घर वालों के समझाने पर मैं उसे वापस ले आया .समय बीतता गया और मेरी वही बिटिया आज इतनी काबिल है कि लोग पूछते हैं ..''आप डॉ नीरजा के पिता जी हैं !''...तब मेरा सिर गर्व से ऊँचा उठ जाता है पर....
फिर अपनी ‪#‎बिटिया‬ के जन्म पर अपने किये व्यवहार को सोचकर दिल पर एक बोझ सा महसूस करता हूँ .बेटा तुम ऐसा कभी मत होने देना .
''रोहित ने उन बुजुर्ग के झुककर चरण स्पर्श करते हुए कहा -''.....आप डॉ नीरजा के पिता जी हैं !!!....
मतलब जिन्होंने अभी अभी मेरी ‪#‎पत्नी‬ और बच्ची की ऑपरेशन कर जान बचाई है .
आपका बहुत बहुत शुक्रिया आपने न केवल मेरी सोच को बदला है बल्कि मुझे मेरी बिटिया के सामने भविष्य में शर्मिंदा होने से भी बचा लिया है .'


AJ KI SHOCH

एक लड़का एक लड़की को छेड़ रहा था ,
लड़की ने उसे कहा-क्या प्रॉब्लम है, बुलाऊ पुलिस
को.......
लड़के ने कहा-पुलिस को बुलाएगी ....बुला पुलिस को,
तेरी जेसी बहोत देखी है मैंने....... और उसने उस पर बन्दुक
तान दी...........वोलड़की­ रोने लग गयी। ।
पास में बहुत सारी भीड़ इकठ्ठी हो गयी, सब तमाशा
देख रहे थे,
इतने में जो लड़के ने कहा उसे सुनकर सब ताज्जुब में पड़ गए,
शर्म के मारे किसी का सर नही उठा,
लड़के ने कहा -बचाने नही आओगे इसे .....क्या इतनी
भीड़ में किसी की हिम्मत नही ,की इस लड़की को
बचा सके , कल जब इंडिया गेट पर इसकी लाश पड़ी
होगी ,तब जनाजे में बहोत भीड़ होगी .........इसकी
जगह आपकी कोई बहन होती ,तो क्या आप ऐसे ही खड़े
तमाशा देखते ,क्या इस लड़की की मौत पर सिर्फ न्यूज़
पेपर पर हेड लाइन ही काफी है क्या ........?
क्या यही है हमारा देश ,यही है हमारे देश के युवा
.........मर जाना चाहिए तुमको .......की तुम अपनी
बहन बेटियो के हिफाजत नही कर सकते ।
सबको अपने फेसबुक प्रोफाइल पर तिरंगे या देशभक्ति
की पिक्चर लगाने का शौक है। लेकिन कोई उसकी
मर्यादा का ध्यान नही देता , ये लड़की मर रही है तुम
लोग तमाशा देख रहे हो ,
फिर उस लड़के ने कहा - इस लड़की जेसी मेरी बहन थी
,मार डाला .......दरिंदो ने, तुम लोगो की हैवानियत
ने.........सब ऐसे ही तमाशा देखते रह गए , किसी ने
उसकी मदद नही की......
अब यही होगा तुम लोगो के साथ ......फिर देखना
तमाशा......
फिर उस लड़के ने उस लड़की से माफ़ी मागते हुए कहा-
बहन माफ़ करना ,मेरा आपका दिल दुखाने का इरादा
नही था .......शायद मेरे इस प्रयास से इन लोगो की
अंतरात्मा जाग जाए ।
उस लड़की ने वापस कहा-भैया आपको मेरा सलाम ,
काश सब ऐसे होते तो आपकी बहन आज जिन्दा होती
,आज से आप मेरे भाई हो...