फैमिली परिचय
परिवार का परिचय इस तरह कराया:-
1. ई है हमार बीवी .....
गूगल रानी ...
एक सवाल पूछो तो 10 जवाब देती है...!!!
2. ई है हमार बेटवा ...
फेसबुक कुमार ...
घर की बात सारे कॉलोनी तक पहुंचाता है ...!!!
3. ई है हमार बिटिया ....
ट्विटर कुमारी ...
पूरी कॉलोनी इसको फॉलो करती है...!!!
4. ई है हमार अम्माजी ..
व्हाट्सप्प माता -
पूरा दिन बड -बड करती रहती है ..
मगर काम की एक्कौ बात नहीं निकालती .!
5. और हम ,
ऑरकुट कुमार ...
हमका कोई पूछता ही नहीं ...!!
एल.एल.बी. की पढ़ाई...
प्रोफेसर : "अगर तुम्हें किसी को संतरा देना हो तो क्या बोलोगे...?
छात्र : "ये संतरा लो।
प्रोफेसर : नहीं... एक वकील की तरह बोलो...।
छात्र : मैं एतद् द्वारा, अपनी पूरी रुचि व होशो-हवास में और बिना किसी के दबाव में आए इस फल, जो कि संतरा कहलाता है, और जिस पर मैं पूरा मालिकाना हक़ रखता हूँ, को उसके छिलके, रस, गूदे और बीज सहित आपको देता हूँ और इसके साथ ही आपको इस बात सम्पूर्ण व बिना शर्त अधिकार भी देता हूँ कि आप इसे काटने, छीलने, फ्रिज में रखने या खाने के लिये पूरी तरह स्वतंत्र हैं।
आप यह अधिकार भी रखेंगे कि आप किसी भी अन्य व्यक्ति को यह फल इसके छिलके, रस, गूदे और बीज के बिना या उसके साथ दे सकते हैं।
मैं घोषणा करता हूं कि आज से पहले इस संतरे से संबंधित किसी भी प्रकार के वाद विवाद, झगड़े की समस्त जिम्मेदारी मेरी है।
और
अब के बाद मेरा किसी भी प्रकार से इस संतरे से कोई सम्बन्ध नहीं रह जाएगा...।
प्रोफेसर : प्रभु आपके चरण कहाँ हैं...?
बचपन कि ये लाइन्स .जिन्हे हम दिल से गाते गुनगुनाते थे ..
▶ मछली जल की रानी है, जीवन उसका पानी है।
हाथ लगाओ डर जायेगी बाहर निकालो मर जायेगी।
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▶ पोशम्पा भाई पोशम्पा सौ रुपये की घडी चुराई।
अब तो जेल मे जाना पडेगा, जेल की रोटी खानी पडेगी,
जेल का पानी पीना पडेगा। थै थैयाप्पा थुशमदारी बाबा खुश।
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▶ आलू-कचालू बेटा कहाँ गये थे, बन्दर की झोपडी मे सो रहे थे।
बन्दर ने लात मारी रो रहे थे, मम्मी ने पैसे दिये हंस रहे थे।
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▶ आज सोमवार है, चूहे को बुखार है।
चूहा गया डाक्टर के पास, डाक्टर ने लगायी सुई,
चूहा बोला उईईईईई।
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▶ झूठ बोलना पाप है, नदी किनारे सांप है।
काली माई आयेगी, तुमको उठा ले जायेगी।
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▶ चन्दा मामा दूर के, पूए पकाये भूर के।
आप खाएं थाली मे, मुन्ने को दे प्याली में।
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▶ तितली उड़ी, बस मे चढी।
सीट ना मिली, तो रोने लगी।
ड्राईवर बोला, आजा मेरे पास,
तितली बोली ” हट बदमाश “।
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▶ मोटू सेठ, पलंग पर लेट ,
गाडी आई, फट गया पेट
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रंगों और आत्मीय मिलन के त्यौहार होली की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ।
हुड़दंग से ज़्यादा परस्पर मिलाप मे त्यौहार की खूबसूरती है और एफ़बी पर होली की शुभकामनाएँ देना तो कुछ यूं लगता है। जैसे :
ये इनायतें गजब कीं......
ये बला की मेहरबानी ,
मेरी खैरियत भी पूछी.......
किसी और की ज़बानी...
एक बार फिर से होली की ढेरों शुभकामनाएँ।